The Definitive Guide to sidh kunjika
The Definitive Guide to sidh kunjika
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देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
धिजाग्रं धिजाग्रं त्रोटय त्रोटय दीप्तं कुरु कुरु स्वाहा।।
श्री लक्ष्मी अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम्
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तरशत नाम्स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्
ओं ग्लौं हुं क्लीं जूं सः ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल
इश्क के जाल में फंसाकर चल रहा ठगी का खेल, जानें क्या है इससे बचने का तरीका?
नमस्ते शुम्भ हन्त्र्यै च, निशुम्भासुर घातिनि।
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः
यस्तु कुंजिकया sidh kunjika देविहीनां सप्तशतीं पठेत्।
This Mantra holds wonderful importance In terms of attaining a blissful psychological point out and spiritual development.
ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे। ॐ ग्लौं हुं क्लीं जूं सः ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ज्वल हं सं लं क्षं फट् स्वाहा।।
दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि
ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ज्वल हं सं लं क्षं फट् स्वाहा।